Jan 3, 2024, 06:58 PM IST

अयोध्या का राम मंदिर किसने बनवाया था

Kuldeep Panwar

अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. 

अयोध्या की धरती पर करीब 450 साल बाद फिर से राम मंदिर उसी जगह खड़ा होगा, जहां मुगल बादशाह बाबर की सेना ने सदियों पुराने मंदिर को गिराकर मस्जिद बनाई थी.

क्या आप जानते हैं कि अयोध्या की धरती पर उस राम मंदिर का निर्माण किसने कराया था, जिसे गिराकर बाबरी मस्जिद खड़ी की गई थी? चलिए हम आपको बताते हैं.

पहले हम आपको अयोध्या के बारे में बताते हैं, जिसे वैवस्वत मनु ने बसाया था और फिर यहां राजा इक्ष्वाकु ने राज किया था, जिनके वंश में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था.

वाल्मीकि रामायण के मुताबिक, लंका विजय के बाद श्रीराम ने लंबे समय तक अयोध्या पर राज किया. फिर उनके जल समाधि लेने से अयोध्या उजाड़ हो गई.

भगवान राम के पुत्र कुश ने अयोध्या का पुनर्निर्माण कराया और यहां राज किया. इसके बाद सूर्यवंश की 44 पीढ़ियों ने अयोध्या पर राज किया.

महाभारत युद्ध में कौरवों की तरफ से उतरे राजा बृहदबल को अभिमन्यु के हाथों वीरगति मिली और सूर्यवंश का शासन अयोध्या पर खत्म हो गया.

कहते हैं कि इसके बाद अयोध्या की जगह घना जंगल बन गया. ईसा से करीब 100 साल पूर्व उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य शिकार खेलते हुए सरयू नदी के किनारे पहुंचे.

विक्रमादित्य को इस जगह पर बहुत सारे चमत्कार दिखे, जिसके बाद उन्होंने खोजबीन की तो उन्हें अयोध्या के भगवान श्रीराम की जन्मभूमि होने की जानकारी मिली.

विक्रमादित्य ने संतों के निर्देश पर इस पवित्र अवध भूमि में कुएं, सरोवर और महल बनवाए. साथ ही काले रंग के कसौटी पत्थर वाला 84 स्तंभ पर खड़ा विशाल और भव्य राम मंदिर बनवाया.

विक्रमादित्य के बाद के राजाओं ने भी इस मंदिर की लगातार देखरेख की. गुप्तवंश के चंद्रगुप्त द्वितीय ने भी अयोध्या को राजधानी बनाया और मंदिर का जीर्णोद्धार कराया.

शुंग वंश के पहले शासक पुष्यमित्र द्वारा भी मंदिर का जीर्णोद्धार कराने का शिलालेख अयोध्या में खुदाई के दौरान मिला है. इसमें उनके दो अश्वमेध यज्ञ करने का वर्णन है.

अयोध्या के बौद्ध धर्म का केंद्र बनने पर 7वीं सदी में आए चीनी यात्री हेनत्सांग ने भी अपने यात्रा वृतांत में यहां भव्य राम मंदिर का जिक्र किया है, जहां रोजाना हजारों लोग दर्शन करते थे.

भारत पर मुस्लिम आक्रमणकारियों के हमलों का शिकार अयोध्या भी बनीं, लेकिन राम मंदिर मौजूद रहा. सिकंदर लोदी के दिल्ली पर शासन के लेखों में इस मंदिर का जिक्र है.

बाबर ने 1526 में पानीपत के तीसरे युद्ध में इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली की गद्दी कब्जाई. मुगल सल्तनत की शुरुआत के बाद अयोध्या पर हमला किया गया.

1527-28 में बाबर के सेनापति मीर बकी ने राम मंदिर को ध्वस्त कराकर उसके अवशेषों से बाबरी मस्जिद बनवाई, जो 1992 में कारसेवकों द्वारा तोड़े जाने तक टिकी रही.