Mar 27, 2025, 07:44 AM IST

लक्ष्मण रेखा का असली नाम क्या था? 

Nitin Sharma

जब भी रामायण की बात होती है तो उसमें लक्ष्मण की जादुई रेखा खींचने का जिक्र किया जाता है. लक्ष्मण जी ने यह रेखा माता सीता के पास किसी के न पहुंचने के लिए​ खिंची थी.

लेकिन शायद ही आप लक्ष्मण रेखा का असली नाम जानते होंगे. ज्यादातर लोगों ने इसे जानने का प्रयास भी नहीं किया. 

इसकी वजह वाल्मीकि रामायण में इस विषय में कुछ भी नहीं कहा गया है. रामचरितमानस में भी इसका प्रत्यक्ष उल्लेख नहीं है, लेकिन रावण की पत्नी मंदोदरी ने रामचरितमानस के लंका कांड में इसका उल्लेख किया है.

दरअसल, लक्ष्मण रेखा सोमती विद्या का नाम भारत की प्राचीन विद्याओं में से एक है. इसका अंतिम प्रयोग महाभारत युद्ध में किया गया था.

शास्त्रों में कहा गया है कि लक्ष्मण ने वास्तव में एक ऐसी रेखा खींची थी. इसे वेदों द्वारा पवित्र की गई पंक्ति कहा गया था.

ऐसा माना जाता है कि यह खींची गई लकीर पर वैदिक मंत्र एक कोड है, जो सोमना कृतिक यंत्र से जुड़ा हुआ है. यह उपकरण अंतरिक्ष के मध्य में, पृथ्वी और बृहस्पति के बीच कहीं स्थित है. यह उपकरण जल, गैस और अग्नि परमाणुओं को अवशोषित करता है.

कोड उलटने से अग्नि और बिजली के परमाणु एक विशिष्ट तरीके से पीछे धकेल दिए जाते हैं. इसके बाद उस रेखा से लेज़र किरणों जैसी किरणें निकलने लगती हैं.

पुराणों के अनुसार, ऋषि रुंगी का उल्लेख है और कहा गया है कि लक्ष्मण इस विद्या के बड़े ज्ञाता थे. इसी वजह से सोमती विद्या से खींची गई इस रेखा को लक्ष्मण रेखा के नाम से जाना जाने लगा.