रावण का किसने किया था अंतिम संस्कार, क्यों पीछे हटे विभीषण
Nitin Sharma
त्रेतायुग में भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में जन्म लिया और रावण का वध किया.
रामायण में श्रीराम और रावण दोनों के ही बारे में खूब बताया गया है.
दस सिर वाला दशानन रावण बेहद बुद्धिमान और शक्तिशाली था. श्रीराम ने उसका वध किया. यह बात तो हर कोई जानता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण का अंतिम संस्कार किसने किया था.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण वध के बाद उसकी पत्नी मंदोदरी विलाप करने लगी. उसका बेटे से लेकर पति तक सभी युद्ध में मारे गये.
श्रीराम और रावण के बीच हुए युद्ध में लंका के अंदर पुरुषों में सिर्फ विभीषण जीवित बचे थे.
श्रीराम ने विभीषण से अपने ज्येष्ठ भाई रावण का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया था.
विभीषण ने श्रीराम से कहा कि रावण मेरा बड़ा भाई जरूर था, लेकिन उसके कर्म अत्यंत क्रूर थे. इसलिए वह उसका दाहसंस्कार नहीं करेगा.
यह बात सुनकर श्रीराम ने विभीषण को समझाया और बताया कि यह नीति थी. साथ ही भाई के बाद तुम्हारा ही धर्म है कि भाई का अंतिम संस्कार करो. श्रीराम के बहुत कहने पर विभीषण ने रावण का अंतिम संस्कार किया.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)