Mar 16, 2024, 10:37 AM IST

शनि के प्रकोप से छुटकारा दिलाएंगे ये 6 उपाय, धन की होगी वर्षा

Nitin Sharma

9 ग्रहों में शनिदेव को न्यायधीश की उपाधि दी गई है. उन्हें कर्म फल दाता भी कहते हैं. ज्योतिष के अनुसार, शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से ही उन्हें फल प्रदान करते हैं.

जो भी व्यक्ति किसी गरीब और बेसहारा को परेशान करता है. किसी के साथ ठगी या दुखी करता है तो शनिदेव उसे वैसा ही फल देते हैं. 

शनिवार के दिन हनुमान चालीस के साथ ही सुंदरकांड का पाठ करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. 

शनिदेव की पूजा में सिंदूर, सरसों का तेल, काले तिल लें. साथ ही सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ की जल में चढ़ाएं. ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और कृपा करते हैं. 

शनिवार के दिन काली गाय की सेवा करें. इससे ढैय्या या साढ़े साती का प्रकोप कम हो जाता है. गाय को चारा या रोटी खिलाने के साथ ही उसके सिर पर रोली से टीका लगा दें. सींगों पर कलावा बांधना भी शुभ होता है.

शनिवार के दिन सुबह उठते ही स्नान और ध्यान करें. कुश के आसन पर बैठ जाएं. इसके बाद पंचोपचार से विधिवत पूजन करें. रूद्राक्ष की माला से शनि के किसी भी मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें.

इस दिन भैरो बाबा की उपासना करना भी शुभ होता है. शाम के समय तिल के तेल से दीपक जलाएं. इसमें काले तिल भी डाल लें. इससे शनि दोष से मुक्ति मिल जाएगी.

पौराणिक मान्यता है कि जिस भी व्यक्ति पर शनि दोष या ढैय्या चल रही है तो उसे घर में हनुमान जी की तस्वीर या प्रतिमा जरूर रखनी चाहिए. नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. इससे शनि दोष दूर हो जाएगा.

शनिवार के दिन पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाये. इसके साथ दूध एवं धूप अर्पित करें. इससे शनि की दशा सही होती है. उनकी कृपा प्राप्त होती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.