जानें भगवान श्री कृष्ण से पहले किसने उठाया था गोवर्धन पर्वत
Nitin Sharma
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित गोवर्धन पर्वत को भगवान कृष्ण का रुप माना जाता है. इस पर्वत की आज भी पूजा की जाती है.
द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने बृजवासियों को डूबने से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को एक एक उंगली पर उठा लिया था. इसमें बृजवासियों को उसके नीचे सहारा दिया था.
लेकिन क्या आपको पता है गोवर्धन पर्वत को श्रीकृष्ण से पहले किसने उठाया था. आइए जानते हैं.
बताया जाता है कि जब त्रेतायुग में लंका पहुचंने के लिए राम सेतु को बनाने के लिए पत्थरों की जरूरत थी, तो कई जगहों से पहाड़ उठा कर लाएं गये थे.
सेतु को बनाने के लिए हनुमान जी हिमालय से गिरिराज पर्वत को उठाकर ला रहे थे. तभी सेतु का काम पूरा हो गया.
भगवान श्री राम ने कहा कि राम सेतु बन चुका है, जो जहां हैं. वहां से उसे वापस लौटा दो. ऐसे में भगवान हनुमान जी ने रास्ते में गिरिराज पर्वत को रख दिया.
हनुमान जी के पर्वत रखने पर गिरिराज ने पूछा कि भगवान मेरी उद्धार कैसे होगा. श्री राम के दर्शन मुझे कैसे होंगे.
इस पर हनुमान जी ने कहा कि द्वापर युग में श्री राम कृष्ण के रूप में पृथ्वी पर जन्म लेंगे. भगवान आपको उठाकर देवता के रूप में प्रतिष्ठित करेंगे.