Dec 30, 2023, 04:17 PM IST

श्रीराम की बहन का क्या नाम था

Kuldeep Panwar

भगवान राम के कितने भाई थे या राजा दशरथ के कितने बेटे थे? यदि ये दो सवाल आपसे कोई पूछे तो आप तत्काल राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के नाम गिना देंगे.

यदि कोई आपसे ये पूछे कि राजा दशरथ की बेटी या भगवान राम की बहन का क्या नाम था? क्या इस सवाल का जवाब आप दे पाएंगे? शायद नहीं दे पाएंगे.

दरअसल महर्षि वाल्मिकी की रामायण हों या तुलसीदास की रामचरित मानस, दोनों में ही भगवान राम की बहन का बहुत ज्यादा जिक्र नहीं हुआ है. चलिए हम उनके बारे में बताते हैं.

भगवान राम की बहन का नाम शांता था, जो उनसे बड़ी थीं और माता कौशल्या से जन्मी थीं. मान्यता है कि राजा दशरथ ने शांता को अंगदेश के राजा रोमपद और उनकी पत्नी वर्षिणी को गोद दे दिया था.

रोमपद और वर्षिणी की कोई संतान नहीं थी. वे अयोध्या घूमने आए थे. उन्हें शांता की चंचल हरकतों से प्रेम हो गया. उन्होंने दशरथ से ये बताया तो उन्होंने अपनी बेटी रोमपद को गोद दे दी थी.

मान्यता है कि देवी शांता खुद माता का अवतार थीं. इस कारण रूप-सौंदर्य से लेकर गुणों तक में वे बेहद परिपूर्ण थी. उन्हें युद्ध से लेकर ग्रंथों तक, हर तरह का ज्ञान था.

रोमपद शांता से बेहद प्रेम करते थे. एक दिन एक ब्राह्मण के आने पर दान देने के बजाय वे शांता की बातें सुनते रहे. इससे नाराज होकर इंद्रभक्त ब्राह्मण ने अंगदेश में बारिश नहीं होने का श्राप दे दिया.

फसलें सूखने लगी तो राजा रोमपद ने ऋषि ऋष्यशृंग से गुहार लगाई, जिन्होंने यज्ञ कराकर बारिश करा दी. इससे खुश होकर राजा रोमपद ने शांता के साथ उनका विवाह करा दिया.

मान्यता के मुताबिक, ऋषि ऋष्यशृंग ने ही राजा दशरथ से पुत्रकामेष्टि यज्ञ कराया था, जिसके फल के तौर पर राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था.

अयोध्या से करीब 39 किलोमीटर पूर्व में ऋषि ऋष्यशृंग के आश्रम में उनकी और माता शांता की समाधि है. हिमाचल के कुल्लू से 50 किमी दूर भी देवी शांता और शृंग ऋषि का मंदिर है, जिसकी बेहद मान्यता है.

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