Jul 1, 2025, 10:21 PM IST

क्या आप जानते हैं पंडित और ब्राह्मण में क्या अंतर है?

Raja Ram

हम अक्सर 'पंडित' और 'ब्राह्मण' शब्दों को एक ही अर्थ में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या ये वास्तव में समान हैं?

भारत में इन दोनों शब्दों को लेकर लंबे समय से सामाजिक भ्रम बना हुआ है. चलिए जानते हैं इनमें फर्क क्या है.

पंडित हरिप्रसाद चौरसिया या पंडित भीमसेन जोशी का नाम सुना है? सोचिए, उन्हें 'पंडित' क्यों कहा गया?

‘पंडित’ शब्द किसी जाति का नहीं, बल्कि गहन ज्ञान और विशेषज्ञता का प्रतीक है, चाहे वो शास्त्र हो, संगीत हो या कला. 

‘ब्राह्मण’ पारंपरिक रूप से एक जातिगत पहचान है, जिनका काम शिक्षा, वेदों का अध्ययन और पूजा-पाठ से जुड़ा माना गया.

हर ब्राह्मण विद्वान नहीं होता और हर पंडित ब्राह्मण नहीं होता. विद्वता जाति से नहीं, ज्ञान से आती है. 

पंडित की उपाधि मेहनत, अभ्यास और साधना से मिलती है. यह किसी को जन्म से नहीं मिलती. 

ब्राह्मण एक जाति हो सकता है, लेकिन पंडित एक उपलब्धि है.