Aug 11, 2024, 11:24 AM IST

 महाभारत के अर्जुन से क्या है किन्नरों के देवता का रिश्ता? 

Abhay Sharma

भारत में बड़ी संख्या में किन्नर निवास करते हैं.  होली, दिवाली से लेकर संतान के जन्म तक के अवसर पर किन्नर आर्शीवाद देने घर आते हैं.  

ऐसी जनश्रुति है कि प्रभु श्रीराम ने किन्नरों का वरदान देते हुए कहा कि 'उनके द्वारा दिया गया आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाएगा'. 

बता दें कि देशभर में जितने भी किन्नर है, वे सभी इरावन (अरावन) को अपना देवता मानते हैं. इरावन का जिक्र महाभारत कथा में मिलता है. 

इरावन अर्जुन का पुत्र था. पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार गंगा तट पर नागकन्या उलूपी अर्जुन को देखकर मोहित हो गईं.

उलूपी अर्जुन को अपने साथ पाताललोक ले गईं और विवाह का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद अर्जुन को नागकन्या उलूपी से विवाह करना पड़ा.

अर्जुन और नागकन्या उलूपी के मिलन से उनको एक वीरवार पुत्र मिला, जिसका नाम इरावन रखा गया. इरावन को धनुर्विद्या और मायावी अस्त्रों का बहुत ज्ञान था. 

पौराणिक कथाओं के अनुसार इरावन अपने पिता अर्जुन की भांति रूपवान, बलवान, गुणवान और सत्य पराक्रमी था. 

पौराणिक मान्यता अनुसार इरावन की इच्छा की वजह से भगवान कृष्ण ने औरत का रूप धारण कर नाग राजकुमार इरावन से शादी की थी. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.