Jul 20, 2024, 09:37 AM IST

कहां छुपे थे पांडव? जिन्हें दुर्योधन के तीसमारखां जासूस भी नहीं खोज सके थे

Ritu Singh

महाभारत में दुर्योधन से जुए में हारने के बाद पांड़वों को एक साल का अज्ञातवास के साथ 13 साल का वनवास मिला था.

आखिरी के एक साल पांडवों को छुपकर अज्ञातवास में रहना था और दुर्योधन इसी आखिरी साल में अपने एक से बढ़कर एक जासूसों को लगाया था.

क्योंकि अज्ञातवास में अगर पांडव पकड़े जाते तो उन्हें 13 साल का वनवास फिर से उन्हें भुगतना पड़ता, लेकिन...

पांडव अपने अज्ञातवास में ऐसी जगह छुपे थे जहां से दुर्योधन के तीसरमारखां जासूस भी नहीं उन्हें खोज पाए थे, कौन सी जगह थी वो, चलिए जानें.

मध्य प्रदेश में भीम बेटका की गुफाएं हैं. महाभारत काल में पांडवों ने अज्ञातवास का काफी समय यहीं पर गुजारा था.

 भीम बेटका गुफा में पांडव आराम करते थे और यहां की सबसे बड़ी गुफा को "भीम की लेटी हुई गुफा" कहा जाता है.

. यह गुफा इतनी विशाल है कि इसमें भीम जैसा महाबली योद्धा भी आराम से लेट सकता था.

भीमबेटका गुफाएं भोपाल से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं.