Feb 7, 2025, 01:00 PM IST
वाल्मीकि रामायण में एक ऐसा प्रसंग भी आता है, जहां एक अप्सरा ने भगवान श्रीराम को पत्नी वियोग का श्राप दे दिया था.
कथा के अनुसार, वनवास के दौरान भगवान राम की भेंट सुग्रीव से हुई, सुग्रीव और बाली भाई थे और दोनों किष्किंधा पर राज करते थे.
लेकिन, एक गलतफहमी के चलते बाली ने सुग्रीव को राज्य से निकाल दिया था और सुग्रीव की पत्नी व राज्य दोनों छीन लिया...
ऐसे में जब सुग्रीव भगवान राम से मिले तो उन्होंने अपनी सारी व्यथा कह डाली, जिसपर भगवान राम सुग्रीव का साथ देने का वचन दिया..
भगवान राम ने सुग्रीव को बाली से युद्ध लड़ने के लिए भेजा और स्वयं पेड़ के पिछे छुप गए और मौका देख तीर मारकर बालि का वध कर दिया.
क्योंकि बाली को वरदान प्राप्त था की जो भी युद्ध करने बाली के सामने आएगा, उसका आधा बल बाली को मिल जाएगा, इसलिए बाली को सामने से मार पाना आसान नहीं था.
जब बाली को पत्नी तारा को पता चला कि बाली को भगवान राम ने छल से मारा है तो विलाप करते हुए भगवान राम को श्राप दिया कि....
जिस तरह आपने मेरे पति के छिपकर प्राण लिए हैं, इसी तरह एक दिन आपकी भी मृत्यु होगी और आप सीता को पत्नी रूप में पाने के बाद भी जल्द ही खो देंगे.
अगले जन्म में आपकी मृत्यु बाली के हाथों होगी और आप सीता को ढूंढने के बाद भी पा नहीं सकेंगे, आप सीता को फिर से खो देंगे.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.