महाभारत में भगवान कृष्ण ही नहीं,कई और योद्धा भी किसी न किसी देवता या देव पुत्र के अंश थे.
चलिए कुछ प्रमुख योद्धाओं के बारे में जानें कि कौन किसाका अंश था.
भगावान श्रीकृष्ण विष्णु के अवतार थे तो बलराम शेषनाग के अंश थे.
दुर्योधन कलियुग का तथा उसके 100 भाई पुलस्त्य वंश के राक्षस के अंश थे
देवगुरु बृहस्पति ने ही द्रोणाचार्य के रूप में जन्म लिया था.
अश्वत्थामा रुद्र के अंशावतार माना गया है.
आठ वसुओं में से एक 'द्यु' नामक वसु ने ही भीष्म के रूप में जन्म लिया था.
सूर्यदेव के पुत्र कर्ण, इंद्र के पुत्र अर्जुन, पवन के पुत्र भीम, धर्मराज के पुत्र युधिष्ठिर थे.
अश्विनीकुमारों नासत्य और दस्त्र के पुत्र नकुल और सहदेव थे.
रुद्र के एक गण ने कृपाचार्य के रूप में जन्म लिया था.
द्वापर युग के अंश से शकुनि, अरिष्टा के पुत्र हंस नामक गंधर्व ने धृतराष्ट्र तथा पाण्डु के रूप में जन्म लिया था.
सूर्य के अंश धर्म ही विदुर का जन्म हुआ था.
कुंती और माद्री के रूप में सिद्धि और धृतिका का जन्म हुआ था.
मति का जन्म राजा सुबल की पुत्री गांधारी के रूप में हुआ था. राजा भीष्मक की पुत्री रुक्मणी के रूप में लक्ष्मीजी व द्रौपदी के रूप में इंद्राणी उत्पन्न हुई थीं.