Dec 23, 2024, 03:29 PM IST
लक्ष्मण रात-दिन अपने भाई और भाभी की सेवा के लिए तत्पर थे, 14 वर्ष के वनवास से रावण के साथ युद्ध तक में वह भगवान राम के साथ रहे.
रामायण के अनुसार, वनवास के 14 वर्षों के दौरान भगवान राम और माता सीता की रक्षा के लिए लक्ष्मण कभी नहीं सोए.
इसके लिए लक्ष्मण ने निद्रा देवी से निवेदन किया कि उन्हें ऐसा वरदान दें कि पूरे वनवास के दौरान उन्हें नींद न आए.
ऐसे में निद्रा देवी ने लक्ष्मण को वरदान देने से पहले कहा कि इसके लिए उनके हिस्से की नींद किसी और को लेनी होगी.
जिसपर लक्ष्मण ने निद्रा देवी से निवेदन किया कि उनके हिस्से की नींद उनकी पत्नी उर्मिला को दे दी जाए, उर्मिला ने भी लक्ष्मण का साथ दिया...
उर्मिला ने यह शर्त स्वीकार करते हुए कहा कि मेरे पति के हिस्से की नींद मुझे दें, ताकि वह बिना किसी थकान के पूरे समय जाग सकें और...
भगवान राम और माता सीता की देखभाल कर सकें, इस वरदान के कारण ही उर्मिला 14 सालों तक सोती रहीं और लक्ष्मण 14 साल जाग सके..
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