Jun 14, 2024, 10:04 PM IST
रामायण के अनुसार, जब भगवान राम को माता सीता को संदेश भेजना था, तो उस समय लंका जाने के चयन बाली पुत्र अंगद को करना था, तब अंगद ने हनुमान जी को पहले लंका जाने के लिए कहा था.
अंगद और हनुमान जी दोनों ही समुद्र लांघने में सक्षम थे, लेकिन पहले हनुमान जी ही क्यों समुद्र को लांघकर लंका गए थे?
आइए यहां जानते हैं इसके पीछे क्या वजह थी
अंगद बाली की तरह बल और बुद्धि में एक बराबर थे. उनके लिए समुद्र लांघना बहुत ही आसान था.
लेकिन बाली के पुत्र अंगद समुद्र पार कर लंका जाने में संशय था कि वह समुद्र को पार कर लंका तो पहुंच जाएंगे लेकिन वहां से उनका वापस लौटना संभव न हो पाए.
दरअसल, इसके पीछे भी एक कहानी है. अंगद और रावण का पुत्र अक्षय कुमार दोनों ने ही एक ही गुरु से शिक्षा प्राप्त की थी.
अंगद बहुत ही बलशाली और शरारती स्वभाव के थे. वह अक्सर रावण के पुत्र अक्षय कुमार के तंग किया करते थे जिससे अक्षय परेशान और दुखी हो जाते थे.
एक दिन अंगद अक्षय कुमार को थप्पड़ मार देते है जिसके कारण वह बेहोश हो जाते है. इससे अक्षय रोते हुए गुरुजी के पास जाते हैं और अंगद की शिकायत कर देते हैं.
अंगद की इन हरकतों से परेशान होकर उनके गुरु ने उनको श्राप देते हैं कि अगर आगे से अंगद ने अक्षय कुमार पर हाथ उठाता है तो उसी वक्त अंगद की मृत्यु हो जाएगी.
इस श्राप की वजह से अगंद को संशय था कि कहीं लंका में उसका सामना अक्षय कुमार से हो गया तो उसकी मृत्यु हो सकती है और ये बात रावण भी जानता था.
इसी कारण से अगंद ने हनुमान जी को पहले लंका जाने को कहा था और जब हनुमान जी समुद्र को पार कर लंका पहुंचे, तो तब रावण ने अक्षय कुमार को हनुमान जी से युद्ध करने के लिए भेजा था.
इस युद्ध में अक्षय कुमार मारा गया और अंगद के लिए लंका आने का रास्ता साफ हो गया था.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.