May 22, 2024, 09:30 PM IST
महाभारत के पात्र कर्ण उनकी दानवीरता के लिए भी जाना जाता है. भगवान कृष्ण भी कर्ण को सबसे बड़ा दानी मानते थे.
अर्जुन के सामने ये बात साबित करने के लिए कर्ण की मृत्यु के समय भगवान कृष्ण ब्राह्मण के भेष में भिक्षा मांगने पहुंच गए.
असहाय होकर मौत का इंतजार कर रहे कर्ण के पास जब कृष्ण ब्राह्मण के रूप में वहां पहुंचे तो कर्ण ने उनसे वहां आने का कारण पुछा...
तब ब्राह्मण के रूप कृष्ण ने कहा की मैं आपसे कुछ मांगने आया था, पर आप की हालत देखकर अब कुछ नहीं मांगना चाहता. आप इस हालत में मुझे क्या दे सकेंगे.
यह सुनकर कर्ण ने पास पड़े पत्थर से अपने सोने के दांत तोड़कर ब्राह्मण को अर्पण कर दिया. कर्ण की इस दानवीरता से भगवान कृष्ण बहुत प्रसन्न हुए.
कर्ण की इस दानवीरता के कारण आज भी कर्ण का मिसाल दिया जाता है. कर्ण ने कभी किसी को दान देने से मना नहीं किया..
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.