May 3, 2025, 06:33 PM IST
महाभारत के युद्ध से जुड़ी कई कथाएं ऐसी हैं, जिनके बारे में आपने सुना होगा और कुछ के बारे में नहीं, पांडवों के वनवास हुआ था यह भी आप जानते ही होंगे...
लेकिन, क्या आप यह जानते हैं कि पांडवों को कितने साल का वनवास हुआ था? अगर नहीं तो आइए जानते हैं महाभारत में पांडवों के वनवास के बारे में...
महाभारत कथा के अनुसार, अपने कौरव भाइयों से जुएं में सबकुछ हारने के बाद पांडवों को 12 वर्ष का वनवास और 1 वर्ष का अज्ञातवास काटना पड़ा था.
अज्ञातवास की एक शर्त होती है, जो यह थी कि पांडव इस दौरान पहचान लिए गए तो उन्हें फिर से 12 वर्ष का वनवास और 1 वर्ष का अज्ञातवास काटना पड़ेगा.
यही कारण था कि पांडवों ने इस दौरान अपनी पहचान छिपाए रखने के लिए अलग-अलग वेश धारण किए और जंगलों में समय बिताया.
कथाओं के अनुसार पांडवों ने विराट नगर में अपना भेस बदलकर अज्ञातवास गुजारा था और उस समय अर्जुन किन्नर बनकर वहां रह रहे थे.
इस 14 साल में पांडवों ने लगभग पूरे भारतवर्ष का भ्रमण भी किया और इस दौरान उन्होंने पूरे देश में मंदिर, तालाब, गुफाएं और शिवालय बनाए.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)