Jun 10, 2024, 10:45 PM IST

इंद्रलोक की अप्सरा उर्वशी ने क्यों दिया था अर्जुन को श्राप?

Abhay Sharma

पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार जब अर्जुन चित्रसेन के साथ संगीत और नृत्य का अभ्यास कर रहे थे, तभी वहां इंद्रलोक की बेहद खूबसूरत अप्सरा उर्वशी आयीं. 

अप्सरा अर्जुन को देखकर मोहित हो गयीं और उन्होंने अर्जुन के सामने सामने विवाह की इच्छा रखी. अप्सरा के इस प्रस्ताव को सुनकर अर्जुन ने इंकार कर दिया. 

अर्जुन ने उन्हें अपनी माता के समान प्रणाम कर आदर के साथ उनका प्रणय निवेदन अस्वीकार कर दिया. अर्जुन ने कहा हमारे पूर्वज ने आपसे विवाह करके हमारे वंश का गौरव बढ़ाया था. 

ऐसे में आप इस वंश की जननी हैं और हमारी माता के समान हैं. इसलिए विवाह का विचार आप अपने मन से निकाल दें.

इसपर उर्वशी के मन में क्रोध और दुःख उत्पन्न हुआ और उर्वशी ने अर्जुन को श्राप दे दिया कि तुम एक वर्ष तक पुंसत्वहीन बनकर रहोगे. 

इसी श्राप के बाद अर्जुन अपने अज्ञातवास के समय बृहन्नला बने थे. ऐसे में अर्जुन को वनवास के दौरान किन्नर बनकर रहना पड़ा था. 

कथाओं के अनुसार अर्जुन ने बृहन्नला बनकर विराट नगर के राजा विराट की पुत्री उत्तरा को एक साल तक नृत्य सिखाया था. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.