Oct 27, 2023, 08:36 PM IST

भीष्म की तरह गंगा के पुत्र थे कर्ण, मिला था यह आशीर्वाद

DNA WEB DESK

महाभारत की कहानी बेहद दिलचस्प है और कर्ण का किरदार काफी पसंद किया जाता है.

महाभारत में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले किरदारों की बात हो तो अंग प्रदेश के राजा कर्ण का नाम जरूर होता है. 

पांडवों के ज्येष्ठ भाई होने के बाद भी कर्ण कौरव सेना की ओर से लड़े थे, लेकिन अपनी दानवीरता की वजह से काफी पसंद किए जाते हैं. 

कर्ण कुंती पुत्र थे जिसे उन्होंने गंगा नदी में बहा दिया था और फिर उनका पालन-पोषण भीष्म पितामह के सारथी और उनकी पत्नी ने किया. 

हम सब जानते हैं कि भीष्म पितामह गंगा के पुत्र थे लेकिन क्या आप जानते हैं कि कर्ण भी गंगा पुत्र थे और उन्हें आशीर्वाद भी मिला था.

क्या आप जानते हैं कि कर्ण गंगा नदी को अपनी मां मानते थे क्योंकि वह वह उन्हें अपनी जीवनदायिनी मानते थे और इस लिहाज से भीष्म पितामह के भाई थे. 

दरअसल कर्ण को एक डलिया में बहते देखकर भीष्म के सारथी अपने घर ले आए थे. कर्ण गंगा को अपनी मां का दर्जा देते थे और रोज इसकी पूजा भी करते थे. 

कहा जाता है कि कर्ण की अपार वीरता की एक वजह यह भी है कि उन्हें साक्षात सूर्य देवता और गंगा का आशीर्वाद था. 

कर्ण की वीरता और दानवीरता की वजह से वह अपने क्षेत्र के लोकप्रिय राजा थे और अपने प्रदेश की जनता की वह खूब मदद भी करते थे.