Jan 19, 2025, 08:07 AM IST

महाकुंभ के बारे में मुस्लिम मुगल बादशाह ने कही थी ये बात

Smita Mugdha

महाकुंभ का आयोजन भारत में सदियों से होता रहा है और मान्यता है कि सतयुग में भी इसका आयोजन होता था. 

महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है और पूरी दुनिया से श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं. 

मुगल सल्तनत के दौर में भी महाकुंभ का आयोजन होता था. अकबर और जहांगीर जैसे बादशाहों के शासनकाल में यह आयोजन हुआ था. 

चहार गुलशन और दबेस्तान-ए-मज़ाहेब जैसे ग्रंथों में महाकुंभ के आयोजन और श्रद्धालुओं के उत्साह का जिक्र है. 

ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक, अकबर ने महाकुंभ में दूर-दराज से लोगों के आने पर खुशी जताई थी. 

अकबर और जहांगीर ने इस आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महल की तरफ से इंतजाम भी किए थे. 

औरंगजेब ने हिंदुओं के सभी त्योहारों पर रोक लगा थी, लेकिन इसके बाद भी नदी में स्नान की परंपरा जीवित रही. 

अकबर ने महाकुंभ आयोजन को हिंदुओं का पवित्र धार्मिक मेला कहा था और इस दौरान लोगों का उत्साह देख अचंभित रह गया था. 

महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए साधु-संतों के साथ देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचते हैं.