Feb 28, 2025, 06:16 PM IST

क्यों मशहूर है पलंग तोड़ मिठाई

Kuldeep Panwar

भारत में मिठाई खाने का क्रेज आपको हर हिस्से में मिल जाएगा. हर इलाके में अलग-अलग तरह की मिठाई मिलती है, जिनके नाम भी अजब होते हैं.

आपने काजू कतली, आगरे का पेठा, सोहन हलवा जैसी मिठाइयां खाई होंगी, लेकिन जिस मिठाई के बारे में हम बताने जा रहे हैं, वो अजब है.

इस अजब स्वीट्स का नाम पलंग तोड़ मिठाई है. यह नाम जरूर थोड़ा अजीब है, लेकिन पलंग तोड़ मिठाई स्वाद में बेहद लाजवाब होती है.

यह मिठाई बनाने का दावा यूं तो कई शहरों में होता है, जिनमें बनारस, सीतापुर आदि हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मशहूर सहारनपुर की पलंग तोड़ मिठाई है.

सहारनपुर के कस्बा नागल की 'पलंग तोड़ मिठाई' के फैंस विदेशों तक फैले हैं. नॉर्मल बर्फी जैसी दिखने वाली इस मिठाई का स्वाद बिल्कुल अलग होता है.

दिल्ली-देहरादून हाइवे पर पड़ने वाले नागल निवासी मोहम्मद अलीम का दावा है कि उनके यहां तीन पीढ़ियों से 'पलंग तोड़ मिठाई' बन रही है.

अलीम के हवाले से लोकल 18 ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि उनसे पहले उनके पिता और उससे पहले उनके बाबा यह मिठाई बनाते  थे.

अलीम का कहना है कि यह मिठाई रोजाना बनती है, क्योंकि सुबह तैयार की गई पलंग तोड़ मिठाई रोजाना ही शाम तक खत्म हो जाती है.

महज 300 रुपये किग्रा भाव पर बिकने वाली नागल की पलंग तोड़ मिठाई देश के साथ ही सऊदी अरब तक अपने स्वाद का डंका बजा चुकी है.

पलंग तोड़ मिठाई दूध, चीनी और सूजी के साथ ही ड्राई फ्रूट के इस्तेमाल से करीब डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद बनकर तैयार होती है.

अलीम बताते हैं कि कभी 40 रुपये किग्रा भाव पर बिकना शुरू हुई मिठाई को वे रोजाना महज 15 किग्रा बनाते हैं, जो कुछ घंटों में बिक जाती है.

अलीम पलंग तोड़ मिठाई की सीक्रेट रेसिपी नहीं बताते हैं. लेकिन यह मिठाई इतनी ताकतवर होती है कि लोग इसे सर्दियों में ही ज्यादा खाते हैं.

सहारनपुर की पलंग तोड़ मिठाई के अलावा बनारस, सीतापुर, लखनऊ और प्रयागराज में भी यह मिठाई बनाने का दावा किया जाता है.

दावा है कि पलंग तोड़ मिठाई को खाते ही शरीर में 10 घोड़ों के बराबर फुर्ती और ताकत आ जाती है. हालांकि अलीम ऐसा दावा नहीं करते हैं.