Feb 12, 2025, 12:05 AM IST
रोजाना बस 30 मिनट दिखता है ये रहस्यमयी भारतीय द्वीप
Kuldeep Panwar
कुदरत के करिश्मे बहुत गजब हैं. ऐसा ही एक करिश्मा अरब सागर में कोंकण के खूबसूरत तटीय इलाके के करीब मौजूद सीगल द्वीप भी है.
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में देवबाग बीच के करीब मौजूद सीगल द्वीप ऐसा रहस्यमयी द्वीप है, जो रोजाना महज 30 मिनट के लिए ही दिखता है.
नेचर लवर्स, बर्ड वाचर्स और एडवेंचर सीकर्स के बीच यह द्वीप अपनी लुभाने वाली खूबसूरती के कारण 'मिनी थाईलैंड' के तौर पर फेमस है.
सीगल द्वीप को रोजाना आधे घंटे के लिए समुद्र से बाहर निकलता है. यही बात इसे भारत के सबसे दुर्लभ पर्यटन स्थलों में से एक बना देती है.
रोजाना अरब सागर में जब लहरों का ज्वार घटता है, तो आधा घंटे के लिए एक छोटा लेकिन खूबसूरत रेतीला मैदान धरती की सतह पर दिखता है.
इस द्वीप को सीगल नाम मिलने के पीछे भी खास कारण है. यह द्वीप जब बाहर निकलता है तो इसके ऊपर बहुत सारी सीगल बर्ड बैठ जाती हैं.
सीगल के अलावा यहां टर्न्स, किंग फिशर्स समेत कई अन्य पक्षी भी उस आधा घंटे के पीरियड में दिखते हैं, जो इसे बर्ड वॉचर्स का पैराडाइज बना देते हैं.
सीगल द्वीप तक पहुंचने के लिए टूरिस्ट्स को पहले बस या रेल से मालावां पहुंचना पड़ता है, जिसके लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कुडाल है.
टूरिस्ट्स को देवबाग बीच से बोट किराये पर लेकर सीगल द्वीप तक पहुंचना पड़ता है, जिसके लिए 500 से 800 रुपये तक किराया लगता है.
यदि आप मुंबई के रास्ते आ रहे हैं तो आपको Nhava Sheva बंदरगाह पहुंचना पड़ता है, जहां से तो सीगल द्वीप करीब 42.5 किलोमीटर दूर है.
सीगल द्वीप केवल ज्वार उतरते समय ही दिखता है, जिसका समय रोजाना बदलता है. ऐसे में आपको एक दिन इंतजार भी करना पड़ सकता है.
Next:
BMW कार से भी महंगा है 3 इंच का ये कीड़ा
Click To More..