Mar 8, 2025, 11:30 PM IST

एक दिन के लिए भारत की राजधानी बना था ये शहर

Kuldeep Panwar

भारत को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली थी, लेकिन अंग्रेजों ने 1911 में ही कोलकाता की जगह दिल्ली को भारतीय राजधानी बना  दिया था.

आजादी के बाद भी दिल्ली ही देश की राजधानी थी, लेकिन क्या आपको पता है कि एक दिन के लिए किसी और शहर को राजधानी माना गया था.

एक दिन के लिए राजधानी बनने वाला शहर हिल क्वीन के नाम से मशहूर शिमला था, जो ब्रिटिशराज में गर्मियों की राजधानी होती थी.

ब्रिटिश गुलामी के दौर में अंग्रेज गर्मियों के दौरान मैदानों की तपती गर्मी से छुटकारा पाने के लिए अपनी राजधानी शिमला ट्रांसफर कर लेते थे.

अंग्रेजों के इसी सिस्टम के कारण 15 अगस्त, 1947 यानी आजादी के दिन तकनीकी तौर पर दिल्ली नहीं शिमला ही भारत की राजधानी था.

प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14-15 अगस्त की रात को दिल्ली में तिरंगा फहराया था, लेकिन उस समय देश की राजधानी शिमला थी.

अंग्रेजों ने 15 अगस्त, 1947 को सत्ता भारतीय राजनेताओं को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया पूरी की. इसके चलते उस दिन राजधानी शिमला थी. 

शिमला को भारत के सबसे मशहूर टूरिस्ट प्लेसेज में से एक माना जाता है, जहां घूमने के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्से से टूरिस्ट आते हैं.

शिमला का इतिहास रामायण से जुड़ा है. मान्यता है कि उत्तराखंड के द्रोणागिरी से संजीवनी बूटी उठाकर उड़े हनुमान ने शिमला में पंजा रखा था.

हनुमान जी के पंजा रखकर दोबारा उड़ने के कारण शिमला के आसपास की घाटी बनी थी, जो अंतरिक्ष से पैर के पंजे के समान ही दिखती है.