फांसी से पहले जल्लाद अपराधी के कान में क्या कहता है?
Raja Ram
फांसी की सजा देने की प्रक्रिया में कई नियमों का पालन किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जल्लाद अपराधी के कान में आखिरी शब्द क्या कहता है?
अपराधी को फांसी वाले दिन सुबह नहलाया जाता है और उसे नए कपड़े पहनाए जाते हैं. जेल सुप्रीटेंडेंट की निगरानी में उसे फांसी स्थल तक ले जाया जाता है.
फांसी देते समय जल्लाद के अलावा जेल सुप्रीटेंडेंट, मेडिकल ऑफिसर और मजिस्ट्रेट वहां मौजूद रहते हैं.
फांसी से पहले अपराधी से उसके डेथ वारंट पर साइन कराए जाते हैं और उसकी आखिरी इच्छा पूछी जाती है.
फांसी देने की प्रक्रिया में जल्लाद की अहम भूमिका होती है, जो पूरी जिम्मेदारी के साथ इस काम को अंजाम देता है.
फांसी देते वक्त जल्लाद अपराधी के कान में कहता है, 'हिंदुओं को राम राम और मुस्लिमों को सलाम. मैं अपने फर्ज के आगे मजबूर हूं. मैं आपको सत्य के राह पर चलने की कामना करता हूं.'
फांसी के बाद डॉक्टर अपराधी की जांच करता है और उसकी मृत्यु की पुष्टि करता है. इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाता है.
जल्लाद के ये आखिरी शब्द अपराधी को मानसिक शांति देने और परंपरा का हिस्सा माने जाते हैं. यह प्रक्रिया वर्षों से चली आ रही है.