Feb 25, 2025, 09:02 AM IST

मौत से पहले औरंगजेब के आखिरी शब्द क्या थे?

Raja Ram

औरंगजेब ने भारत पर 49 साल तक शासन किया. उसने अपने पूरे जीवन में सत्ता को सर्वोपरि रखा और अपनी ताकत को बनाए रखने के लिए सख्त फैसले लिए.

शक्ति के लिए अपने भाइयों को हराने वाले औरंगजेब ने एक विशाल साम्राज्य खड़ा किया, लेकिन अपने अंतिम दिनों में वह मानसिक रूप से बेहद कमजोर हो गया था.

मरने से पहले औरंगजेब को अपने जीवन के फैसलों को लेकर पछतावा था. उसने महसूस किया कि उसने जो किया, वही उसके अपनों के साथ होगा.

अपने अंतिम क्षणों में औरंगजेब ने अपने बेटों—कामबख्श और आजम शाह—को बुलाया और अपनी असफलताओं की बात की. उसने सत्ता के मद में जो गलतियां कीं, उनका दर्द उसके शब्दों में साफ झलक रहा था.

औरंगजेब ने कहा कि अल्लाह हर जगह हैं, लेकिन वह खुद को इतना पापी समझता है कि उनकी मौजूदगी महसूस नहीं कर पा रहा.

बेटों से बात करते हुए औरंगजेब को डर था कि उसके बाद उसके परिवार के साथ भी वही बुरा सलूक होगा, जो उसने अपने शासनकाल में दूसरों के साथ किया.

मुगल साम्राज्य को अपने सबसे ऊंचे शिखर तक पहुंचाने वाले औरंगजेब ने अपने जीवन को ही व्यर्थ मान लिया. उसने कहा, 'बादशाह के तौर पर मैं नाकाम रहा.'

औरंगजेब के अंतिम शब्द इतिहास में एक सबक के रूप में दर्ज हो गए. उसने खुद कबूल किया कि उसने जो किया, उसका एक-एक कतरा उसे अब पछतावे में डुबो रहा है.