Mar 17, 2024, 11:48 AM IST

पहले फोड़ी बेटे की आंख, फिर जिंदगीभर का पछतावा, क्यों इतना क्रूर था ये मुगल बादशाह?

Abhishek Shukla

जिस मुगल बादशाह जहांगीर के इंसाफ की दुनिया दाद देती है, वह बेहद क्रूर था.

वह शराबी था और हमेशा मुगल हरम में डूबा रहता था. 

जब वह शाहजादा था, तब से ही वह शराबी बन गया था.

सलीम जब साल 1605 में अकबर की मौत के बाद बादशाह बना तो उसे जहांगीर का खिताब मिला.

उसके नाम का मतलब था दुनिया जीतने वाला. नशे में उसने क्रूरता की कई हदें पार कीं. 

जहांगीर ने अपने बेटे खुसरो के बगावत करने पर जहांगीर आंखें फुड़वा दी थी.

उसे जिंदगीभर इसका अफसोस रहा, बेटे का इलाज कराया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ.

जहांगीर ने चंपा के पेड़ काटने पर नौकर के हाथ कटवा दिए थे.

किन्नर को चुंबन करने पर उसने नूरजहां की दासी को मरवा दिया था.

उसने सिखों के 5वें गुरु अर्जन देव का कत्ल भी जहांगीर ने कराया था.