Dec 7, 2023, 03:13 PM IST

इस कारण कहते हैं किंग कोबरा को सांपों का राजा

Kuldeep Panwar

किंग कोबरा को दुनिया के सबसे जहरीले और खतरनाक सांपों में से एक माना जाता है. अधिकतर लोग किंग कोबरा को ही सभी सांपों का राजा मानते हैं. इसके पीछे कई कारण हैं.

किंग कोबरा का भारतीय संस्कृति में खास स्थान हैं. इसे लेकर भारतीय पुराणों तक में अनूठी कहानियां दी गई हैं. भोलेनाथ शंकर के गले के वासुकी सांप को भी किंग कोबरा नाग ही माना गया है.

किंग कोबरा में ऐसे कई गुण होते हैं, जिसके चलते महज धार्मिक अंधविश्वास के कारण ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक तरीके से काम करने वाले लोग भी इसे सांपों का राजा मानने से इनकार नहीं करते हैं.

किंग कोबरा को सांपों का राजा मानने का सबसे पहला कारण इसका फन है. सभी तरह के कोबरा नाग का फन एक बड़े मुकुट जैसा होता है, जिस पर तिलक जैसी आकृति होती है. यह इसे राजा जैसी पहचान देता है.

भारतीय संस्कृति में किंग कोबरा को दैवीय सांप माना गया है. नाग कहे जाने वाले इस सांप को भगवान शंकर ही नहीं बल्कि कई अन्य देवी-देवताओं से भी जोड़कर इसका आह्वान मंत्रों में किया जाता है.

किंग कोबरा दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक हैं, जिनके काटने पर पल भर में आपकी मौत हो सकती है. यह गुस्से में अपने शरीर के एक तिहाई हिस्से को ऊपर हवा में उठा सकता है.

किंग कोबरा सामान्य रूप से 8 फुट से 16 फुट तक के आकार का होता है. यह बड़ा आकार और इसकी भयंकर शक्ति ही इसे राजसी सांप बनाती है. गुस्से में यह छोटे सांपों को भी निगल जाता है.

किंग कोबरा स्वभाव से शर्मीला सांप होता है, लेकिन यदि इसे गुस्सा आ जाए तो इसके फुफकारने की आवाज आपको बेहद दूर से भी सुनाई दे सकती है. यह गुस्से में बेहद खतरनाक होता है.

किंग कोबरा को शिकार करने में बेहद माहिर माना जाता है. यह किसी योद्धा की तरह ही रणनीतिक तरीके से शिकार को घेरता है. इसकी रणनीतिक कौशलता को देखते हुए ही इसे सांपों का राजा कहा जाता है.

हिंदू धर्म में विष्णु का शेषनाग, शंकर का वासुकी नाग और सांपों का राजा नागराज, सभी किंग कोबरा सांप को ही माना गया है. जैन धर्म व बौद्ध धर्म में भी इसे खास अहमियत दी गई है. इस कारण भी यह सांपों का राजा है.