Feb 9, 2024, 07:30 AM IST

कौन है अमेरिकी चुनाव में उतरी पहली कश्मीरी पंडित महिला

Kuldeep Panwar

अमेरिका में इस साल चुनाव होने जा रहे हैं. अमूमन वहां राष्ट्रपति पद के चुनाव की ही चर्चा होती है, लेकिन इस बार यूएस कांग्रेस (अमेरिकी संसद) सदस्य चुनाव में उतरी एक महिला की भी चर्चा है.

यह महिला क्रिस्टल कौल हैं, जो वर्जीनिया से अमेरिकी संसद के निचले सदन के लिए मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी डेमोक्रेटिक की तरफ से चुनाव लड़ेंगी.

क्रिस्टल कौल की चर्चा इसलिए ज्यादा हो रही है, क्योंकि वे भारतीय मूल की कश्मीरी पंडित हैं और अमेरिका में चुनाव लड़ने वाली कश्मीरी मूल की पहली महिला हैं.

पिछले साल दिसंबर में चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाली क्रिस्टल को अब तक अमेरिकी चुनाव आयोग से हरी झंडी नहीं मिली थी, लेकिन अब उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत मिल गई हैं.

क्रिस्टल ने चुनाव लड़ने के लिए 5.67 लाख डॉलर जुटाकर अपनी पार्टी में निकटतम प्रतिद्वंद्वी जेनिफर वेक्सटन (5.38 लाख डॉलर) को पीछे छोड़कर यह मौका हासिल किया है.

वर्जीनिया की लाउडन काउंटी को भारतीय मू्ल के अमेरिकियों का गढ़ माना जाता है. ऐसे में क्रिस्टल का 18 जून को प्राइमरी इलेक्शन और 5 नवंबर को आम चुनाव जीतना तय माना जा रहा है.

क्रिस्टल ने चुनाव जीता तो वे अमेरिकी संसद के निचले सदन में पहुंचने वाली प्रमिला जयपाल के बाद दूसरी भारतवंशी और पहली कश्मीर महिला बन जाएंगी. 

राजनीति में आने से पहले अमेरिकी सेना में रह चुकीं क्रिस्टल नेशनल सिक्योरिटी एक्सपर्ट हैं. उन्हें फॉरेन पॉलिसी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में महारत हासिल है.

क्रिस्टल को हिंदी, पंजाबी, उर्दू और अरबी सहित कुल आठ भाषाओं का ज्ञान है. उन्होंने अपने चुनाव अभियान में शिक्षा, स्वास्थ्य और जन सुरक्षा को मुद्दा बनाया है.

क्रिस्टल के पिता कश्मीर से 26 साल की उम्र में अमेरिका पहुंचे थे, जबकि उनकी मां 7 साल की उम्र में दिल्ली से अमेरिका जाकर बस गई थीं.

न्यूयॉर्क में जन्मी क्रिस्टल कौल 17 साल की उम्र में हायर एजुकेशन के लिए वॉशिंगटन डीसी गईं. उन्होंने अमेरिकी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी से पीजी डिग्री ली है.

ब्राउन यूनवर्सिटी से पीएचडी करने वालीं क्रिस्टल कौल अब तक अपने जीवन में 70 से ज्यादा देशों की यात्रा कर चुकी हैं. इसके चलते उन्हें फॉरेन मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है.